Tuesday, August 01, 2017

आशिक़ी

आदाब दोस्तो!

मैं हूँ आशिक़ शे’र लिखना शाइरों का है शगल
मैंने तो बस वह लिखा है जो लिखाई आशिक़ी

पास होना था, हुआ, पर कैसे बतलाऊँ मुझे,
कब, कहाँ, किस तर्ह, कितना आज़माई आशिक़ी

-‘ग़ाफ़िल’

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