Wednesday, April 17, 2019

कुछ ऐसी बात फ़ानी कह रहा है

इन अब्रों की ज़बानी कह रहा है
ये चाँद अपनी कहानी कह रहा है
मिटेगी प्यास तेरी भी ज़मीं अब
कुछ ऐसी बात फ़ानी कह रहा है

-‘ग़ाफ़िल’

2 comments:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (19-04-2019) को "जगह-जगह मतदान" (चर्चा अंक-3310) पर भी होगी।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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