Wednesday, May 01, 2019

हुज़ूर आप क्यूँ इस क़दर देखते हैं

वो इन्कार करते हैं गो फिर भी मुझको
बचाकर नज़र भर नज़र देखते हैं
जो क़ातिल हैं कैसा गिला उनसे लेकिन
हुज़ूर आप क्यूँ इस क़दर देखते हैं

-‘ग़ाफ़िल’

1 comment:

  1. जी नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज गुरुवार (02-05-2019) को " ब्लॉग पर एक साल " (चर्चा अंक-3323) पर भी होगी।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    ....
    अनीता सैनी

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