Wednesday, January 13, 2021

सोचूँ तो सोचता ही रहूँ आप क्या दिए

आदाब!

कहकर के ये तो इश्क़ है कैसा नशा दिए
सोचूँ तो सोचता ही रहूँ आप क्या दिए

-‘ग़ाफ़िल’

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