tag:blogger.com,1999:blog-896228216551456906.post6934499348576604967..comments2024-03-08T07:10:36.846+05:30Comments on अंदाज़े ग़ाफ़िल: अब किताबों में पड़े ख़त मुँह चिढ़ाने लग गएचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’http://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-896228216551456906.post-1367112463899996822015-08-03T14:19:21.871+05:302015-08-03T14:19:21.871+05:30आभार शास्त्री जीआभार शास्त्री जीचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-896228216551456906.post-26391897680470209062015-08-01T18:32:43.319+05:302015-08-01T18:32:43.319+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (02-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (02-08-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "आशाएँ विश्वास जगाती" {चर्चा अंक-2055} </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com