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ग़ाफ़िल
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
सी. बी. मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
Thursday, March 24, 2022
फुल मस्ती
है बात और के दौरे रवाँ में मुश्क़िल है
कहाँ हँसी सा मगर रंग कोई दुनिया में
-‘ग़ाफ़िल’
Saturday, February 19, 2022
आने ने तेरे लोगों को अपना बना दिया (221 2121 1221 212)
ख़ासा था मैं और आज तमाशा बना दिया
तेरे जमाले हुस्न ने क्या क्या बना दिया
रिश्ता नहीं था लोगों से अपना कोई मगर
आने ने तेरे लोगों को अपना बना दिया
-‘ग़ाफ़िल’
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