ये देखो रंग प्यारे हो रहे हैं
अरे! सारे के सारे हो रहे हैं
कोई तो ख़ूबी-ए-नौ आई हममें
जो थे ग़ैर अब हमारे हो रहे हैं
हुआ अच्छा किनारा कर ली किस्मत
हम अब अपने सहारे हो रहे हैं
हरूफ़ अपने गँवा बैठी ज़ुबाँ क्या
जिधर देखो इशारे हो रहे हैं
हैं हम जैसे रहेंगे वैसे ग़ाफ़िल
भले किस्मत के मारे हो रहे हैं