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चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
सी. बी. मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
Wednesday, June 24, 2015
मुझको तड़पाना ही था अगर ज़िन्दगी
मुझको तड़पाना ही था अगर ज़िन्दगी
काट देती तू मेरे ये पर ज़िन्दगी
तेरे कूचे में बेसुध भटकता रहा
और तुझको नहीं कुछ ख़बर ज़िन्दगी
1 comment:
Tayal meet Kavita sansar
June 24, 2015 6:35 PM
वाह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
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वाह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
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