बस ज़रा साचश्म ख़मता'उम्र क़ैद।:):) ... बहुत खूब
atisundar kshanikaayen.
naye rang hain ..naya dhang hai..is tarah se lekhan me aapka anutha agaj ..sirjee behad pasan hai...lekin dhyan rakhiye aapka blog ham urdu aaur ghazal seekhne walon kee pathshala bhee hai..shabd pareshan karte hain
बढिया है
behtreen prastuti
बहुत खूब लिखा है |आशा
उफ़्! येरूहानी आहें?उश्शाक़-वार्ड है।...हाइकु में पुरजोर दम है
bahut achchhi kshanikayen...
रास्तापुरख़ार थाडग सध गये।Bahut Sunder
सुन्दर हुश्निकाएं/विचार कणिकाएं हैं ज़नाब,ज़िन्दगी से रु -बा -रु .
वाह...बहुत सुंदर क्षणिकाएँ !
सुंदर क्षणिकाएँकृपया अवलोकन करे ,मेरी नई पोस्ट ''अरे तू भी बोल्ड हो गई,और मै भी''
वाह!!!!बहुत बढ़िया प्रस्तुति,सुंदर अभिव्यक्ति,बेहतरीन क्षणिकाए ,...MY RECENT POST काव्यान्जलि ...: कवि,...
बस ज़रा साचश्म ख़मता'उम्र क़ैद।ओए होए,,,,वाह!!
बहुत सुन्दर क्षणिकाएं !
आशिक़ पे थूका!शुक़्र हैइंसाँ पे नहीं।कम-कम शब्दों में आपने बड़ी ही रो़चक बातें कही है।
हुस्न थाबेपर्दगी थीचुक गया। wah gafil ji khandhar batate hain emarat buland thi ....badhai sweekaren.
उफ़्! येरूहानी आहें?उश्शाक़-वार्ड है।वाह ।
बहुत सुन्दर वाह एक से बढ़ कर एक
बस ज़रा सा
ReplyDeleteचश्म ख़म
ता'उम्र क़ैद।
:):) ... बहुत खूब
atisundar kshanikaayen.
ReplyDeletenaye rang hain ..naya dhang hai..is tarah se lekhan me aapka anutha agaj ..sirjee behad pasan hai...lekin dhyan rakhiye aapka blog ham urdu aaur ghazal seekhne walon kee pathshala bhee hai..shabd pareshan karte hain
ReplyDeleteबढिया है
ReplyDeletebehtreen prastuti
ReplyDeleteबहुत खूब लिखा है |
ReplyDeleteआशा
उफ़्! ये
ReplyDeleteरूहानी आहें?
उश्शाक़-वार्ड है।...हाइकु में पुरजोर दम है
bahut achchhi kshanikayen...
ReplyDeleteरास्ता
ReplyDeleteपुरख़ार था
डग सध गये।
Bahut Sunder
सुन्दर हुश्निकाएं/विचार कणिकाएं हैं ज़नाब,ज़िन्दगी से रु -बा -रु .
Deleteवाह...बहुत सुंदर क्षणिकाएँ !
ReplyDeleteसुंदर क्षणिकाएँ
ReplyDeleteकृपया अवलोकन करे ,मेरी नई पोस्ट ''अरे तू भी बोल्ड हो गई,और मै भी''
वाह!!!!बहुत बढ़िया प्रस्तुति,सुंदर अभिव्यक्ति,बेहतरीन क्षणिकाए ,...
ReplyDeleteMY RECENT POST काव्यान्जलि ...: कवि,...
बस ज़रा सा
ReplyDeleteचश्म ख़म
ता'उम्र क़ैद।
ओए होए,,,,वाह!!
बहुत सुन्दर क्षणिकाएं !
ReplyDeleteआशिक़ पे थूका!
ReplyDeleteशुक़्र है
इंसाँ पे नहीं।
कम-कम शब्दों में आपने बड़ी ही रो़चक बातें कही है।
हुस्न था
ReplyDeleteबेपर्दगी थी
चुक गया।
wah gafil ji
khandhar batate hain emarat buland thi ....badhai sweekaren.
उफ़्! ये
ReplyDeleteरूहानी आहें?
उश्शाक़-वार्ड है।
वाह ।
बहुत सुन्दर वाह एक से बढ़ कर एक
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