न यह पूछो के लग जाती है क्यूँकर आग पानी में
ये भी देखो करिश्में होते हैं क्या क्या जवानी में
मुझे होना ही गर था इश्क़ तो उससे हुआ क्यूँ जो
मचलती रहती थी हर सिम्त नानी की कहानी में
ये भी देखो करिश्में होते हैं क्या क्या जवानी में
मुझे होना ही गर था इश्क़ तो उससे हुआ क्यूँ जो
मचलती रहती थी हर सिम्त नानी की कहानी में
-‘ग़ाफ़िल’
(चित्र गूगल से साभार)
बहुत खूब।
ReplyDeleteवाह
ReplyDelete४ लाइन्स प्रकृति की शुद्ध हवा पर समर्पित
ReplyDeletehttps://helphindime.in/hindi-kavita-ek-savera-aur-thandi-hawa/
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 21 अक्टूबर 2020 को साझा की गयी है.............. पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
बहुत सुंदर
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाई
ReplyDeletearyaexams
aryahindi
I love this ghafil lines
ReplyDeletehinditoonshub