Wednesday, June 22, 2022

ख़्वाब बाकी है

क्या कहें क्या जनाब बाकी है
नींद टूटी है ख़्वाब बाकी है
वैसे हम नींद में नहीं चलते
रात का पर हिसाब बाकी है

-‘ग़ाफ़िल’

3 comments:

  1. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 23.6.22 को चर्चा मंच पर चर्चा - 4469 में दिया जाएगा| आपकी उपस्थिति चर्चाकारों का हौसला बढ़ाएगी
    धन्यवाद
    दिलबाग

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  2. वाह!!!
    लाजवाब।

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  3. वाह!बहुत सुंदर कहा।

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