Wednesday, September 28, 2022

फिर से बस एक बार मेरे जी में आके देख

दौरे रवाँ में वैसे तो मुश्किल बहुत है यार
आएगा लुत्फ़ फिर भी ज़रा मुस्कुराके देख
माना के तेरी आज-कल आमद नहीं रही
फिर से बस एक बार मेरे जी में आके देख

-‘ग़ाफ़िल’

6 comments:

  1. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 29.9.22 को चर्चा मंच पर चर्चा - 4567 के 8 लिंकों में शामिल किया गया है| आईएगा
    धन्यवाद
    दिलबाग

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  2. उम्दा प्रस्तुति।

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