बहुत सुन्दर प्रस्तुति! आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (06-01-2013) के चर्चा मंच-1116 (जनवरी की ठण्ड) पर भी होगी! -- कभी-कभी मैं सोचता हूँ कि चर्चा में स्थान पाने वाले ब्लॉगर्स को मैं सूचना क्यों भेजता हूँ कि उनकी प्रविष्टि की चर्चा चर्चा मंच पर है। लेकिन तभी अन्तर्मन से आवाज आती है कि मैं जो कुछ कर रहा हूँ वह सही कर रहा हूँ। क्योंकि इसका एक कारण तो यह है कि इससे लिंक सत्यापित हो जाते हैं और दूसरा कारण यह है कि किसी पत्रिका या साइट पर यदि किसी का लिंक लिया जाता है उसको सूचित करना व्यवस्थापक का कर्तव्य होता है। सादर...! नववर्ष की मंगलकामनाओं के साथ- सूचनार्थ! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
इसरार है इजहार है उल्फ़त भी तो बा-लुत्फ़ है..,
ReplyDeleteमुख़बिर शबे-गिर्द है गूँ-ओ-स्याह भी किस तरह.....
☼ ¸.•*""*•.¸ ☼ ☼ ¸.•*""*•.¸ ☼ ¸.•*""*•.¸ ☼ ☼ ↓↓नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ! ↓↓☼ ☼ ¸.•*""*•.¸ ☼ ☼ ¸.•*""*•.¸ ☼ ¸.•*""*•.¸ ☼ ☼ ↓!
ReplyDeleteआपको भी नया वर्ष मंगलमय हो
ReplyDeleteनूतन वर्षाभिनन्दन!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (06-01-2013) के चर्चा मंच-1116 (जनवरी की ठण्ड) पर भी होगी!
--
कभी-कभी मैं सोचता हूँ कि चर्चा में स्थान पाने वाले ब्लॉगर्स को मैं सूचना क्यों भेजता हूँ कि उनकी प्रविष्टि की चर्चा चर्चा मंच पर है। लेकिन तभी अन्तर्मन से आवाज आती है कि मैं जो कुछ कर रहा हूँ वह सही कर रहा हूँ। क्योंकि इसका एक कारण तो यह है कि इससे लिंक सत्यापित हो जाते हैं और दूसरा कारण यह है कि किसी पत्रिका या साइट पर यदि किसी का लिंक लिया जाता है उसको सूचित करना व्यवस्थापक का कर्तव्य होता है।
सादर...!
नववर्ष की मंगलकामनाओं के साथ-
सूचनार्थ!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
नववर्ष की मंगल कामनाएं आपको भी भाई साहब सानंद रहें .
ReplyDeleteआदरणीय मिश्र जी नववर्ष पर हार्दिक शुभकामनायें ।
ReplyDelete