मेरे सपनों में आने को दिल चाहिए
और मुझे आजमाने को दिल चाहिए
बात बिगड़ी हुई भी है बनती मगर
बात बिगड़ी बनाने को दिल चाहिए
याद में मेरी मुद्दत से आए न वे
याद में मेरी आने को दिल चाहिए
बात सुनने सुनाने से हासिल भी क्या
बात सुनने सुनाने को दिल चाहिए
आईना देखते तो हैं सब बारहा
आईना पर दिखाने को दिल चाहिए
होश में जोश आता है किसको भला
होश में जोश लाने को दिल चाहिए
दिल को लूटा है सब ने बड़े शौक से
शौक से दिल लुटाने को दिल चाहिए
बोतलों से ढलाना है आसाँ बहुत
चश्म से मय ढलाने को दिल चाहिए
गोया रिश्ते बनाना तो मामूल है
फिर भी रिश्ते निभाने को दिल चाहिए
एक ग़ाफ़िल ने भी लिख तो डाली ग़ज़ल
पर ग़ज़ल गुनगुनाने को दिल चाहिए
हाँ नहीं तो!
और मुझे आजमाने को दिल चाहिए
बात बिगड़ी हुई भी है बनती मगर
बात बिगड़ी बनाने को दिल चाहिए
याद में मेरी मुद्दत से आए न वे
याद में मेरी आने को दिल चाहिए
बात सुनने सुनाने से हासिल भी क्या
बात सुनने सुनाने को दिल चाहिए
आईना देखते तो हैं सब बारहा
आईना पर दिखाने को दिल चाहिए
होश में जोश आता है किसको भला
होश में जोश लाने को दिल चाहिए
दिल को लूटा है सब ने बड़े शौक से
शौक से दिल लुटाने को दिल चाहिए
बोतलों से ढलाना है आसाँ बहुत
चश्म से मय ढलाने को दिल चाहिए
गोया रिश्ते बनाना तो मामूल है
फिर भी रिश्ते निभाने को दिल चाहिए
एक ग़ाफ़िल ने भी लिख तो डाली ग़ज़ल
पर ग़ज़ल गुनगुनाने को दिल चाहिए
हाँ नहीं तो!
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज शुक्रवार (11-10-2013) चिट़ठी मेरे नाम की (चर्चा -1395) में "मयंक का कोना" पर भी है!
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का उपयोग किसी पत्रिका में किया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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शारदेय नवरात्रों की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
दिल को लूटा है सब ने बड़े शौक से
ReplyDeleteशौक से दिल लुटाने को दिल चाहिए
एक ग़ाफ़िल ने भी लिख तो डाली ग़ज़ल
पर ग़ज़ल गुनगुनाने को दिल चाहिए
क्या बात है गाफिल साहब :
मार देती है गाफिल की सबको गजल ,
हुस्न वालों की बस एक नजर चाहिए।
waah dil khush ho gaya ...josh ko jagati rachna ..
ReplyDeleteबात बिगड़ी हुई भी है बनती मगर
ReplyDeleteबात बिगड़ी बनाने को दिल चाहिए
बहोत खूब, गाफिल साहब। बेहद खूबसूरत गज़ल।
होश में जोश आता है किसको भला
ReplyDeleteहोश में जोश लाने को दिल चाहिए
दिल को लूटा है सब ने बड़े शौक से
शौक से दिल लुटाने को दिल चाहिए
खूबसूरत अल्फाज़ ! बहुत खूब श्री ग़ाफ़िल साब