1.
आए काश ऐसा कोई वक़्त के जब
आपका दिल मेरा ठिकाना हो
2.
भर चुके ख़ार से अपना दामन
बात अब आओ करें फूलों की
3.
फिर भी न भड़की आतिशे उल्फ़त किसी तरफ़
गोया हर एक सिम्त मज़े की हवा भी थी
4.
मुस्कुरा भी ले कभी लोग कहे
मुस्कुराया तो क़यामत आई
5.
दुनिया भर के शिक़्वे मेरे ही सर क्यूँ
आप भी तो यादों में जब तब आते हैं
6.
आई तो मुझको भी पर आई गई जैसी ही कुछ
हिज्र में किसको भला नींद सुहानी आई
7.
संग है इतना तराशोगे अगर
ये भी इक दिन देवता हो जाएगा
8.
जो रूठे हों उनको मना भी लें पर जो
तग़ाफ़ुल करें कैसे उनको मनाएँ
9.
पल में पानी हैं पल में हैं मोती
आँसुओं की अजब कहानी है
-‘ग़ाफ़िल’
आए काश ऐसा कोई वक़्त के जब
आपका दिल मेरा ठिकाना हो
2.
भर चुके ख़ार से अपना दामन
बात अब आओ करें फूलों की
3.
फिर भी न भड़की आतिशे उल्फ़त किसी तरफ़
गोया हर एक सिम्त मज़े की हवा भी थी
4.
मुस्कुरा भी ले कभी लोग कहे
मुस्कुराया तो क़यामत आई
5.
दुनिया भर के शिक़्वे मेरे ही सर क्यूँ
आप भी तो यादों में जब तब आते हैं
6.
आई तो मुझको भी पर आई गई जैसी ही कुछ
हिज्र में किसको भला नींद सुहानी आई
7.
संग है इतना तराशोगे अगर
ये भी इक दिन देवता हो जाएगा
8.
जो रूठे हों उनको मना भी लें पर जो
तग़ाफ़ुल करें कैसे उनको मनाएँ
9.
पल में पानी हैं पल में हैं मोती
आँसुओं की अजब कहानी है
-‘ग़ाफ़िल’
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