Sunday, January 04, 2015

जो आस-पास हैं उनका तो बस ख़ुदा मालिक

हैं जो बेहोश उन्हें होश भी आ जाएगा
जो बदहवास हैं उनका तो बस ख़ुदा मालिक
दूर हूँ तुझसे तो हूँ तीरे-नज़र से महफ़ूज़
जो आस-पास हैं उनका तो बस ख़ुदा मालिक

-‘ग़ाफ़िल’

6 comments:

  1. बहुत सुन्दर,
    मंगलकामनाओं के साथ !

    ReplyDelete
  2. सराहनीय पोस्ट
    सक्रांति की शुभकामनाएँ।

    ReplyDelete
  3. बहुत सुन्दर।
    सक्रांति की शुभकामनाएँ।

    ReplyDelete