आप क्या आपको जाना है हुज़ूर!
मेरे आगे तो ज़माना है हुज़ूर!!
लुत्फ़ ले पाएँ न ये आप पे है!
ज़िन्दगी वैसे फ़साना है हुज़ूर!!
ये नहीं हुस्न है निखरेगा कुछ और
इश्क़ जितना ही पुराना है हुज़ूर
एक क़त्अ-
जाने दे आऊँगा फिर ये कहना
जी बुझाने का बहाना है हुज़ूर
ज़िन्दगी ऐसे नहीं चलती है पर
गो हैं सच आप ये माना है हुज़ूर
गुल ही क्या आज तो ये पूरा चमन
एक ग़ाफ़िल का दीवाना है हुज़ूर
-‘ग़ाफ़िल’
मेरे आगे तो ज़माना है हुज़ूर!!
लुत्फ़ ले पाएँ न ये आप पे है!
ज़िन्दगी वैसे फ़साना है हुज़ूर!!
ये नहीं हुस्न है निखरेगा कुछ और
इश्क़ जितना ही पुराना है हुज़ूर
एक क़त्अ-
जाने दे आऊँगा फिर ये कहना
जी बुझाने का बहाना है हुज़ूर
ज़िन्दगी ऐसे नहीं चलती है पर
गो हैं सच आप ये माना है हुज़ूर
गुल ही क्या आज तो ये पूरा चमन
एक ग़ाफ़िल का दीवाना है हुज़ूर
-‘ग़ाफ़िल’
लुत्फ़ ले पाएँ न ये आप पे है!
ReplyDeleteज़िन्दगी वैसे फ़साना है हुज़ूर!!
बहुत ख़ूब