एहसासात
क़त्आ
कविता
कुछ अधूरा सा
कुण्डलियां
क्षणिकाएँ
ग़ज़ल
गीत
दो शे’र
दोहे
नज़्म
फ़र्द
मुक्तक
रुबाइयाँ
लघु-कथा
लिंक
शब्बाख़ैर!
शादी की सालगिरह
शुभकामना
सुप्रभात!
स्पेशल
हज़ल
हास्य-व्यंग्य
Links
Ghafalton ki Duniya
kd10 से यूनिकोड
बेसुरम्
ग़ाफ़िल
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
सी. बी. मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
Wednesday, January 27, 2016
उन हवाओं का भला मैं क्या करूँ
गर न हो उम्मीद तेरे वस्ल की
उस जगह जाऊँ नहीं मैं भूलकर
उन हवाओं का भला मैं क्या करूँ
जो न ख़ुश्बू से तेरी हों तर-ब-तर
-‘ग़ाफ़िल’
1 comment:
Unknown
January 27, 2016 8:29 PM
बहुत सुन्दर
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
बहुत सुन्दर
ReplyDelete