कौन कहता है जाँ निसार करें
है बहुत यह के आओ प्यार करें
जाने भी दें हम आशिक़ों पे आप
क्या ज़ुरूरी है ऐतबार करें
हैं मुख़ालिफ़ अब आपके हम भी
हमको अपनों में अब शुमार करें
या चलाएँ न तीर सीने पे आप
या चलाएँ तो आर पार करें
आप ग़ाफ़िल हैं इस क़दर फिर हम
कैसे उल्फ़त का कारोबार करें
-‘ग़ाफ़िल’
है बहुत यह के आओ प्यार करें
जाने भी दें हम आशिक़ों पे आप
क्या ज़ुरूरी है ऐतबार करें
हैं मुख़ालिफ़ अब आपके हम भी
हमको अपनों में अब शुमार करें
या चलाएँ न तीर सीने पे आप
या चलाएँ तो आर पार करें
आप ग़ाफ़िल हैं इस क़दर फिर हम
कैसे उल्फ़त का कारोबार करें
-‘ग़ाफ़िल’
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