एहसासात
क़त्आ
कविता
कुछ अधूरा सा
कुण्डलियां
क्षणिकाएँ
ग़ज़ल
गीत
दो शे’र
दोहे
नज़्म
फ़र्द
मुक्तक
रुबाइयाँ
लघु-कथा
लिंक
शब्बाख़ैर!
शादी की सालगिरह
शुभकामना
सुप्रभात!
स्पेशल
हज़ल
हास्य-व्यंग्य
Links
Ghafalton ki Duniya
kd10 से यूनिकोड
बेसुरम्
ग़ाफ़िल
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
सी. बी. मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
Saturday, May 14, 2016
क्या क्या कर गुज़रते हैं
बड़ा शुह्रा ज़माने में रहा परहेज़गारी का
हुआ कुछ तो के अब जो शेख़ मैख़ाने में मिलते हैं
बड़ी है बात ग़ाफ़िल! नाज़नीं इक मुस्कुरा दे बस
तो हज़रत ख़ुद के जी के साथ क्या क्या कर गुज़रते हैं
-‘ग़ाफ़िल’
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment