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चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
सी. बी. मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
Friday, August 18, 2017
निहारा नहीं गया
गो चाँदनी थी मैं थी मेरे रू-ब-रू वो थे
भर आँख उनको फिर भी निहारा नहीं गया
-‘ग़ाफ़िल’
1 comment:
सुनीता अग्रवाल "नेह"
August 18, 2017 3:28 PM
khubsurat she"ar :)
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khubsurat she"ar :)
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