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ग़ाफ़िल
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
सी. बी. मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
Monday, July 17, 2017
ख़ार की बातें करो
अब हुआ जाता है बिन इज़्हार ही इक़रारे इश्क़
लुत्फ़ यूँ जाता रहा, तकरार की बातें करो
सुन रहा हूँ जाने कब से हो रही फूलों की बात
टेस्ट एहसासों का बदले, ख़ार की बातें करो
-‘ग़ाफ़िल’
1 comment:
vandana gupta
July 17, 2017 5:36 PM
बहुत खूब
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