😽1-
दुश्मनी ही है निभी तुझसे कहाँ
तू यहाँ ढब से निभाया क्या है
😽2-
कर लिया होगा जी याद ऐसे ही
तू कभी उसमें तो आया क्या है
-‘ग़ाफ़िल’
दुश्मनी ही है निभी तुझसे कहाँ
तू यहाँ ढब से निभाया क्या है
😽2-
कर लिया होगा जी याद ऐसे ही
तू कभी उसमें तो आया क्या है
-‘ग़ाफ़िल’
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